💰💰 कुमार भाई खाईवाल💰💰
जोड़ी रेट 10 का 990 ** ** Harup रेट 100 का 990
हमारे यहाँ इस साइट की सभी गेम लिखी जाती है। टेंशन फ्री होके खेलो।
What is the satta king after all?
Satta King is a satta in which if someone wins money in satta, then it goes to satta king. In such a situation, you might not understand that how a satta king is made, how does money come to him?
सट्टा किंग आखिरकार होता क्या है?
सट्टा किंग, सट्टा होता है जिसमे यदि कोई सट्टा में पैसा जीतता है तो उसको सट्टा किंग जाता है। ऐसे में आपको शायद ये समझ न आये कि सट्टा किंग कैसे बना जाता है कैसे पैसे आते है उसके पास?
सट्टा खेलना क़ानूनी तौर पर अपराध है, यदि आप सट्टा खेल रहे है तो सावधान हो जाइये। आपको जेल और जुर्माना दोनों हो सकता है।
यदि आप सट्टे के बारे में जानना चाहते है तो आपको बता दे कि हम सिर्फ इंटरनेट के माधयम से जानकारिया इकठ्ठा करके आपके लिए लाये सिर्फ जानकारी साझा करने के लिए और इसका वेबसाइट से कोई लेना देना नहीं है। वेबसाइट इसमें किसी भी तरह से इन्वॉल्व नहीं है। यदि आपके राज्य में प्रतिबंदित है सट्टा तो अभी इस वेबसाइट से बाहर निकल जाये। इस वेबसाइट पर 1 सेकंड से ज्यादा रुकना आपको "क़ानूनी तौर पर मुजरिम माना जायेगा".
Playing satta is a crime by law, if you are playing satta then be careful. You can be jailed and fined both.
If you want to know about satta, then let us tell you that we have collected the information through the internet and brought it to you only for sharing the information and it has nothing to do with the website. The website is not involved in any way. If satta is banned in your state then get out of this website now. If you wait more than 1 second on this website you will be "legally considered guilty".
आइये आपको बताते है सट्टे से कैसे अमीर हो जाये करते है लोग?
आपको बता दें, कि सट्टा गरीब तबके के लोग ही खेलते है और वो लोग अपनी जिंदगी को बेहतर बनाने के लिए सट्टे की दुनिया में कदम रखते है। इसमें कुछ लोगो की किस्मत ही बदल जाती है लेकिन अधिकांश लोगो की दुनिया ही बर्बाद होने देखा गया है। अगर एक बार किसी इन्शान को इस सट्टे की लत पड़ जाये तो वो कितने में चाहे वो इस जंजाल से बहार नहीं आ सकता है। ऐसे में सर्कार ने शख्त कदम उठाये है कि आपको सट्टे से दूर रहना है।
वास्तव में लोग करते क्या है? सट्टे में 100 नंबर होते है और इसमें से एक नंबर ही खुलता है। यदि आपका अनुमानित अंक आ जाता है तो आप सट्टा किंग बन जाते हो। ऐसे में यदि हर सट्टे में आपका अनुमानित अंक खुलने लग जाये तो आपकी किस्मत चमक जाएगी लेकिन आपका अनुमानित नंबर नहीं आया तो आपका सारा पैसा गया। ऐसी वजह से सट्टा खेलना सरकार ने पूर्ण रूप से निषेध किया है लेकिन देश के काफी हिस्से में जगह ये काम चोरी छुपे होते रहते है।
Let us tell you how people get rich by satta?
Let us tell you that only poor people play satta and those people step into the world of satta to improve their life. In this, the fate of some people changes, but the world of most people has been seen to be ruined. If once a person gets addicted to this satta, then for how much he can not come out of this trap. In such a situation, the government has taken strict steps that you have to stay away from satta.
What do people actually do? There are 100 numbers in satta and only one number opens out of it. If your estimated score is reached then you become the satta king. In such a situation, if your estimated score starts opening in every bet, then your luck will shine, but if your estimated number does not come, then all your money is lost. Because of this, the government has completely prohibited playing satta, but in a large part of the country, these things are kept secretly.
क्या कारण है सट्टा खुलेआम चल रहा है?
वैसे तो सट्टे को बंद करना नामुमकिन है लेकिन कुछ दिनों के लिए शायद ही सट्टा बंद हो सकते है लेकिन हमेसा के लिए असंभव है। इसके पीछे कई तथ्य है जो सट्टे की दुनिया के पक्ष में है। पहला तथ्य - जरुरत, पैसा आज क्या सदिओं से मानवो की जरुरत रही है और धन से ही ये दुनिया चलती है। ऐसे में सट्टे की मार्किट बहुत बड़ी है आप इस बात का अनुमान इसी बात से लगा सकते है कि सट्टा को बंद करके उसको क़ानूनी तौर पर करने के कई प्रयास किये गए लेकिन वो सभी असफल रहे। इंडियन स्टॉक मार्किट का जनम भी इसी कारण से हुआ ताकि सट्टे को बंद किया जा सके और बाकि जो इसके शिकार हो चुके है उनकी क़ानूनी तौर पर शहूलियते दी जाये ताकि लोगो की कमाई हो और सट्टे से सर्कार का खजाना भी भर सके। दूसरा तथ्य - क़ानूनी कर्मचारी और अधिकारीओ का पूर्ण रूप से सहयोग। सबसे बड़ा सपोर्ट इस धंधे को यही से मिलता है। अधिकारिओ की जेबे गरम होती जाती है हर महीने और ये धंधा दिनों दिन पनपता जाता है। एक बात और है जो इस काम में बड़ी ही महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है वो है क़ानूनी कर्मचारीओ और अधिकारिओ की हरामखोरी। ये लोग हफ्ता वसूली के साथ महीना वसूली और त्यौहार वसूली तो करते ही है और यदि गलती से इन्हे पैसे न पैसे या यु कहो इनकी भाषा में सेवा पानी, चाय पानी या फिर नजराना तो ये हैडलाइन में डलवा देते है कि हमने यहाँ छापा मारा और पाया ये सब। जिसमे से 80% इनकी जेब में बाकि सरकारी पेपर में 20% दिखा दिया।अब आप समझ ही गए होंगे की आखिर क्यों पनप रहा है सट्टा और क्यों बंद नहीं होता सट्टे का काम।
What is the reason satta is going on openly?
Although it is impossible to stop satta but it is hardly possible to stop satta for a few days but it is impossible forever.
There are many facts behind this which are in favor of the satta world. First fact - need, money, has been the need of human beings for centuries and this world is run by money only. In such a situation, the satta market is very big, you can guess this from the fact that many attempts were made to stop the satta and do it legally, but all of them were unsuccessful.
Indian stock market was also born for this reason so that satta can be stopped and others who have been victims of it should be given legal protection so that people can earn and also fill the government's treasury by satta. Second fact - full cooperation of legal staff and officers. The biggest support this business gets from this. The pockets of the officers get hot every month and this business is flourishing day by day.
There is one more thing which is playing a very important role in this work, that is the mismanagement of the legal employees and officers. These people do month recovery and festival collection along with week recovery and if by mistake call them money, no money or you, in their language, service water, tea water or nazrana, then they put it in the headline that we raided here and Found all this Out of which 80% was shown in their pocket and 20% in government paper. Now you must have understood why speculation is flourishing and why the work of satta does not stop.